केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर हुई अतिवृष्टि के बाद से डेढ़ सौ से अधिक यात्रियों और कुछ स्थानीय लोगों का तीसरे दिन भी अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया है। इन यात्रियों के फंसे होने का मुख्य कारण संचार सेवा का ठप होना है, जिससे मोबाइल सेवा बंद पड़ी है। कई यात्री जंगलों के रास्ते चौमासी पहुंच रहे हैं, जहां भी मोबाइल सेवा नहीं है। अभी भी सात सौ से अधिक यात्रियों का रेस्क्यू किया जाना बाकी है। पुलिस का कहना है कि शनिवार तक रेस्क्यू कार्य पूरा होने की उम्मीद है, जिसके बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी और यात्रियों की सही जानकारी मिल सकेगी। बुधवार रात्रि को केदारनाथ पैदल मार्ग पर बादल फटने की घटना के बाद पुलिस कंट्रोल रूम में डेढ़ सौ से अधिक शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो पाने की जानकारी दी गई है। पुलिस अधीक्षक के स्टेनो (आशुलिपिक) नरेंद्र रावत ने बताया कि कंट्रोल रूम में दर्ज शिकायतों में से बीस से अधिक लोगों से शुक्रवार को रेस्क्यू के बाद संपर्क हो गया है।
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वहीं, चौमासी के प्रधान महावीर सिंह ने बताया कि अब तक दो सौ से अधिक यात्री केदारनाथ से चौमासी होते हुए सुरक्षित वापस लौट चुके हैं। पुलिस और प्रशासन की टीमें लगातार रेस्क्यू कार्य में जुटी हुई हैं और उम्मीद है कि जल्द ही सभी फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा सकेगा।