उत्तराखंड के चंपावत जिले के पाटी क्षेत्र के निवासी, सीआरपीएफ जवान विपिन चंद्र ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उनके परिवार में माता-पिता और भाई का परिवार खटीमा के भूड़ महोलिया में रहता है, जबकि उनकी पत्नी और बच्चे हल्द्वानी के काठगोदाम क्षेत्र में निवास करते हैं। स्वजनों का कहना है कि सोमवार को विपिन ने अपनी पत्नी से बातचीत की थी, जिसमें उन्होंने सबका हालचाल पूछा था और सब कुछ सामान्य होने की बात कही थी।
इसके बावजूद, स्वजनों ने विपिन की आत्महत्या की घटना को सिरे से खारिज कर दिया है।छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में गोली लगने से हुई विपिन चंद्र की मौत की खबर के बाद उनके परिवार में गहरा शोक फैल गया है। बुधवार सुबह जवान का पार्थिव शरीर खटीमा पहुंचने की उम्मीद है। मूल रूप से चंपावत जिले के पाटी बिसारी के निवासी, विपिन के पिता भैरव दत्त गहतोड़ी सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। वे अपनी पत्नी शांति देवी, बड़े बेटे नवीन चंद्र, बहू और दो पोतों के साथ पिछले दस वर्षों से भूड़ महोलिया में एक घर बनाकर रह रहे हैं।
विपिन चंद्र अपने छोटे परिवार के साथ काठगोदाम स्थित सीआरपीएफ कैंपस में रहते थे। वे छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में तैनात थे, जहां उनकी मौत हुई।स्वजनों के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 11 बजे सीआरपीएफ कंट्रोल रूम से फोन आया, जिसमें इस दुखद घटना की सूचना दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही विपिन की पत्नी और बच्चे हल्द्वानी से खटीमा पहुंच गए हैं। विपिन वर्ष 2000 में रामपुर में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे और इस वर्ष जून में वे अपने परिवार के साथ खटीमा में अपने माता-पिता से मिलने आए थे।
यह भी पढें- हल्द्वानी में गौला पुल से दो युवकों ने नदी में लगाई छलांग, एक की मौत, दूसरा घायल