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उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने घर बैठे मुनाफा कमाने का लालच देकर साइबर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह भारत में साइबर ठगी का बड़ा नेटवर्क संचालित कर रहा था, जिसका मुख्य सरगना दुबई से इस नेटवर्क को संचालित करता था। आरोपियों ने देहरादून की एक महिला को निशाना बनाकर उससे 21 लाख रुपये की ठगी की थी।

टेलीग्राम से आया था ठगी का संदेश

एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि देहरादून के अजबपुर खुर्द क्षेत्र की निवासी काजल नामक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 12 मई 2024 को उन्हें टेलीग्राम ऐप के जरिए एक संदेश प्राप्त हुआ था। संदेश में घर बैठे मुनाफा कमाने का प्रस्ताव दिया गया था। इसके बाद, ठगों ने उन्हें एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मशहूर कंपनी के टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ दिया और एक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराकर अकाउंट बनवाया। शुरुआत में, उन्हें 40 टास्क पूरे करने का लक्ष्य दिया गया, जिसके बदले में उनके बैंक खाते में 2500 रुपये जमा किए गए। इसके बाद, ज्यादा मुनाफे का लालच देकर उनसे कुल 21 लाख रुपये जमा करवाए गए। लेकिन मुनाफा तो दूर, ठगों ने उनकी पूरी जमा राशि भी हड़प ली। *

गिरोह के तीन सदस्य गुरुग्राम से गिरफ्तार

पुलिस जांच में साइबर थाने की टीम ने घटना में इस्तेमाल किए गए बैंक खातों और मोबाइल नंबरों का पता लगाया। इसके बाद, गुरुवार शाम को पुलिस ने गुरुग्राम, हरियाणा के प्लैटिना टावर की पार्किंग से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में शौकीन, सुभाष शर्मा, और मुकुल गोधारा शामिल हैं, जो दिल्ली के रहने वाले हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से पांच मोबाइल फोन, पांच क्रेडिट कार्ड, नौ एटीएम कार्ड और दो आधार कार्ड बरामद किए हैं। वहीं, जांच में पता चला कि ठगी की रकम दुबई के एटीएम से भी निकाली गई थी। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके ठिकानों का पता लगाने के लिए जांच जारी रखे हुए है।

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