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कोलकाता में रेजिडेंट महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के विरोध में प्रदेशभर के डॉक्टरों ने शनिवार से 24 घंटे के कार्य बहिष्कार की घोषणा की है। इस दौरान अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से ठप रहेंगी। हालांकि, इमरजेंसी सेवाओं, पोस्टमार्टम और वीआईपी ड्यूटी के लिए डॉक्टरों की सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहेंगी।प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के अध्यक्ष, डॉ. मनोज वर्मा ने बताया कि इस घटना के विरोध में डॉक्टरों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि शनिवार सुबह छह बजे से रविवार सुबह छह बजे तक सभी डॉक्टर ओपीडी और सर्जरी सेवाएं नहीं देंगे।

इमरजेंसी सेवाएं पूर्ववत चलती रहेंगी।डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने सरकार को अवगत कराया कि प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में चौबीस घंटे सेवाएं देने वाले डॉक्टरों और नर्सों की सुरक्षा के लिए ठोस उपाय किए जाने चाहिए। विशेषकर रात्रि ड्यूटी के दौरान महिला डॉक्टरों और नर्सों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं, यहां तक कि अस्पतालों में ड्यूटी रूम की भी कमी है।

डिप्लोमा फार्मासिस्ट भी शामिल

डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की प्रांतीय अध्यक्ष सुधा कुकरेती और महामंत्री सतीश चंद्र पांडेय ने भी इस कार्य बहिष्कार को समर्थन दिया है। उन्होंने बताया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा देशव्यापी ओपीडी कार्य बहिष्कार के निर्णय के तहत सभी फार्मासिस्ट भी काले फीते बांधकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

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