मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में सीएम हेल्पलाइन-1905 की समीक्षा की और छह शिकायतकर्ताओं से फोन पर सीधी बात की। इनमें से तीन की शिकायतें पहले ही समाधान हो चुकी थीं।
मुख्यमंत्री ने बातचीत में कहा, “हैलो…मैं आपका मुख्य सेवक पुष्कर सिंह धामी बोल रहा हूं। आपकी क्या शिकायत थी, क्या उसका समाधान हुआ?”
बागेश्वर के मोहन सिंह: उनके घर के पीछे पेड़ गिरने की स्थिति में था। सीएम ने डीएम बागेश्वर को तुरंत समाधान करने और सूचित करने का निर्देश दिया।
ऊधम सिंह नगर के राकेश अग्रवालअग्रवाल: उन्होंने बिजली बिल में नौ हजार रुपये ब्याज लगाने की शिकायत की। सीएम ने यूपीसीएल प्रबंधन को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया।
देहरादून के अरुण अहलुवालिया: पिछले साल 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन मिल रही थी लेकिन इंश्योरेंस का पैसा नहीं मिला। सीएम ने शिक्षा विभाग को इंश्योरेंस की राशि शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनसमस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सचिव एवं विभागाध्यक्ष सीएम हेल्पलाइन की नियमित समीक्षा करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिकायतें जिस अधिकारी के स्तर की हैं, उनका समाधान उनके स्तर पर ही होना चाहिए और अनावश्यक रूप से उच्च स्तर पर नहीं आनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि सीएम हेल्पलाइन में शिकायतों के निस्तारण के संबंध में शिकायतकर्ताओं का फीडबैक दर्ज करने की व्यवस्था की गई है। अधिकारियों को मंडल स्तर पर सीएम हेल्पलाइन 1905 और डिजिटल तहसील दिवस के आयोजन के लिए सात अगस्त से देहरादून और नैनीताल में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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ई-अभिलेखागार का शुभारंभ: मुख्यमंत्री ने देहरादून की तहसीलों के रिकॉर्ड को स्कैन कर वेब पोर्टल पर अपलोड किया और अन्य जनपदों को भी इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ने का निर्देश दिया।
पेंशन प्रकरणों की समीक्षा: मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को सेवानिवृत्त होने वाले कार्मिकों के पेंशन प्रकरणों की समयबद्धता के साथ निस्तारण के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव एल फैनई, सचिव शैलेश बगोली, नितेश झा, राधिका झा, दिलीप जावलकर, डॉ. पंकज कुमार पांडेय, चंद्रेश यादव, बृजेश कुमार संत, डॉ. वी षणमुगम, डॉ. आर राजेश कुमार, एसएन पांडेय समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।