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शनिवार को उत्तराखंड के हल्द्वानी स्थित एमबीपीजी कॉलेज में शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर एक छात्र संगठन के छात्रों के साथ हुई मारपीट की घटना ने कॉलेज प्रशासन को सतर्क कर दिया है। इस घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने 30 सदस्यीय सचल दल का गठन कर दिया है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि केवल अधिकृत छात्र-छात्राएं ही कॉलेज परिसर में प्रवेश कर सकें। साथ ही, छात्रसंघ चुनाव से पहले बढ़ रही अराजकता पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं।###

घटना का विवरण

परिवर्तनकामी छात्र संगठन (पछास) के छात्रों द्वारा शनिवार को शहीद भगत सिंह की जयंती मनाई जा रही थी, जिस दौरान कॉलेज परिसर में कुछ छात्र नेताओं ने अचानक आकर उनसे बदसलूकी की और मारपीट की। घटना के समय चीफ प्रॉक्टर डॉ. कविता बिष्ट और अन्य शिक्षक भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन उनपर कार्रवाई न करने के आरोप लगे हैं। पछास संगठन के इकाई सचिव महेश ने बताया कि वे शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर रहे थे, जब छात्रसंघ से जुड़े एक पदाधिकारी और एक अन्य छात्र नेता ने उन्हें वहां से हटाने की कोशिश की। इसके बाद, उन्होंने कॉलेज परिसर में लगे शहीद भगत सिंह के पोस्टर को फाड़ दिया।स्थिति तब और बिगड़ गई जब कॉलेज गेट के बाहर, नैनीताल रोड पर इन छात्रों ने फिर से पछास के कार्यकर्ताओं पर हमला किया, जिसमें कुछ कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आईं। उन्हें किसी तरह अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें मीडियाकर्मियों से भी अभद्रता होते देखा जा सकता है।

प्रशासन की सख्ती और 30 सदस्यीय सचल दल की जिम्मेदारी

मारपीट की इस घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए 30 सदस्यीय सचल दल का गठन किया है, जो कॉलेज में नियमों का पालन सुनिश्चित करेगा। यह दल यह देखेगा कि कॉलेज परिसर में केवल अधिकृत छात्रों को ही प्रवेश मिले। इसके अलावा, प्रशासन ने यह भी निर्देश दिए हैं कि कॉलेज का मुख्य गेट सुबह 10 से 10:30 बजे और शाम को 4 बजे वाहनों के लिए खोला जाएगा। सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को शाम 5 बजे तक परिसर में मौजूद रहने का आदेश दिया गया है।

कॉलेज प्रशासन पर सवाल

हाल के दिनों में एमबीपीजी कॉलेज में एक छात्र संगठन से जुड़े छात्रों द्वारा की जा रही अराजक गतिविधियों और मारपीट की घटनाओं पर कॉलेज प्रशासन की खामोशी पर भी सवाल उठ रहे हैं। प्रॉक्टर बोर्ड की निष्क्रियता के चलते छात्रसंघ से जुड़े कुछ छात्रों की मनमानी बढ़ती जा रही है। कॉलेज के प्राध्यापकों ने भी इस बात पर चिंता जताई है कि प्रॉक्टर बोर्ड की सक्रिय भूमिका न होने के कारण कॉलेज का माहौल लगातार बिगड़ रहा है।

पुलिस में शिकायत और कार्रवाई की तैयारी

कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. एनएस बनकोटी ने स्पष्ट किया कि कॉलेज परिसर और इसके बाहर अराजकता करने वाले छात्रों की पहचान कर ली गई है। ऐसे छात्रों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाएगी, और जो भी छात्र कॉलेज का वातावरण खराब करने का प्रयास करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

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