उत्तराखंड में मानसून की बारिश का कहर जारी है। एक दिन पहले नैनीताल में बादल फटने की घटना के बाद, बुधवार को रुद्रप्रयाग जिले के रुमसी देवीदार तोक में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। इस घटना से स्कूल का रास्ता और कुछ खेतों में मलबा भर गया है। आपदा की सूचना और त्वरित कार्यवाहीजिले के ऊखीमठ विकास खंड के सीमांत गांव रुमसी के प्रधान द्वारा आपदा कंट्रोल रूम को इस घटना की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, खंड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि प्रवीन भट्ट, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार तथा राजस्व उप निरीक्षक तुरंत घटना स्थल के लिए रवाना हुए। स्थिति का जायजा और नुकसान का आकलनघटना स्थल पर पहुंचकर अधिकारियों ने पाया कि जूनियर हाईस्कूल का रास्ता और कृषि भूमि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। हालांकि, इस घटना में किसी प्रकार की जानमाल, जनहानि और पशु हानि की कोई सूचना नहीं है। अधिकारियों के निर्देशमुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती ने आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कृषि भूमि और जूनियर हाईस्कूल के रास्ते का आकलन प्रस्ताव आपदा प्रबंधन के तहत तैयार कर शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने स्कूल के रास्ते में आए मलबे को तत्परता से हटाने के भी निर्देश दिए हैं।उत्तराखंड में मानसून की बारिश से हो रहे नुकसान को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग सतर्क हैं और सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
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