14 फरवरी को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 486 करोड़ की लागत से देहरादून हवाई अड्डे के टर्मिनल फेज 2 का लोकार्पण किया। इस टर्मिनल भवन में चार यात्री बोर्डिंग ब्रिज की सुविधा देने की योजना बनाई गई थी। गुरुवार से इस योजना का एक महत्वपूर्ण चरण शुरू हो गया, जब दो यात्री बोर्डिंग ब्रिज को डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) की मंजूरी मिलने के बाद संचालन शुरू कर दिया गया। इस नई सुविधा से यात्रियों को अत्यधिक लाभ मिलेगा और हवाई अड्डे की सेवाओं में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
यात्री बोर्डिंग ब्रिज, जिसे एयरो ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है, विमान यात्रियों को सीधे टर्मिनल भवन से विमान तक पहुंचने की सुविधा प्रदान करता है। इससे यात्रियों को टरमैक पर चलने, मौसम की समस्याओं से बचने और सीढ़ियों या रैप के उपयोग से मुक्ति मिलती है। बोर्डिंग प्रक्रिया को सुविधाजनक और परेशानी मुक्त बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण नवाचार है।
गुरुवार को प्रातः आठ बजे, देहरादून हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाली इंडिगो एयरलाइंस के अहमदाबाद जाने वाले यात्रियों ने सर्वप्रथम इस बोर्डिंग ब्रिज का लाभ उठाया। इसके बाद, हवाई अड्डे पर आने और जाने वाले सभी बड़े विमानों के यात्रियों को इस सुविधा का सीधा लाभ मिलेगा। छोटे विमानों के यात्रियों को पूर्व की भांति ही सुविधा प्रदान की जाएगी।
देहरादून हवाई अड्डे के उपमहाप्रबंधक नितिन कादयान ने बताया कि इस सुविधा के प्रारंभ होने से हवाई अड्डा आधुनिकता की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यात्रियों को अब आरामदायक और निर्बाध अनुभव प्राप्त होंगे। टर्मिनल बिल्डिंग से सीधे पुल के माध्यम से विमान में चढ़ने की सुविधा से यात्रियों को अधिक आरामदायक और सुरक्षित अनुभव मिलेगा। इसके अतिरिक्त, बोर्डिंग प्रक्रिया अधिक तेज़ और सुविधाजनक हो जाएगी।
यात्रियों के लिए लाभ
- आरामदायक अनुभव: यात्री बोर्डिंग ब्रिज के उपयोग से यात्रियों को सीधे टर्मिनल से विमान तक पहुंचने की सुविधा मिलती है, जिससे वे मौसम की समस्याओं से बच सकते हैं।
- सुरक्षा में वृद्धि: यात्रियों को टरमैक पर चलने की जरूरत नहीं होती, जिससे उनकी सुरक्षा बढ़ जाती है।
- सुविधाजनक प्रक्रिया: बोर्डिंग प्रक्रिया तेज और सरल हो जाती है, जिससे यात्री बिना किसी बाधा के विमान में चढ़ सकते हैं।
- विशेष आवश्यकताओं वाले यात्रियों के लिए सहूलियत: यह सुविधा विशेष आवश्यकताओं वाले यात्रियों के लिए भी बहुत सहायक सिद्ध होती है, जिससे उनकी यात्रा आरामदायक और सुरक्षित हो जाती है
अन्य दो बोर्डिंग ब्रिज की सुविधा भी जल्द मिलने की संभावना है, जिससे देहरादून हवाई अड्डे की क्षमता और भी बढ़ जाएगी। इससे न केवल हवाई अड्डे की सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि उत्तराखंड राज्य के पर्यटन और व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा।