उत्तराखंड के टिहरी जिले में सोमवार को एक बेहद दर्दनाक हादसा हो गया। मसूरी के प्रसिद्ध कैंपटी फॉल की ओर जा रहे दिल्ली के पर्यटकों की कार अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। यह हादसा नैनबाग क्षेत्र में ख्यार्सी से करीब 200 मीटर आगे हुआ, जहां कार लगभग 80 मीटर नीचे खाई में जा समाई।
घटना दोपहर करीब 12:30 बजे की बताई जा रही है। हादसा इतना भयानक था कि कार गिरते ही आसपास चीख-पुकार मच गई। राहगीरों और स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही कैंपटी थाना प्रभारी निरीक्षक संजय मिश्रा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को खाई से बाहर निकालकर उप जिला चिकित्सालय मसूरी भेजा गया।
हादसे में कार सवार पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। उसके सिर और हाथ में गंभीर चोटें आई हैं। सभी घायलों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- पार्थ सिंह पुत्र कुलविंदर सिंह, डॉलमीन रोड, उत्तम नगर, नई दिल्ली
- आकाश सिंह पुत्र विरेश सिंह, सूरत, गुजरात
- सुभाष पुत्र राघवेंद्र महतो, हरिजन कॉलोनी, उत्तम नगर, नई दिल्ली
- बिट्टू कुमार सिंह पुत्र कैलास, गोपालगंज, बिहार
- विकास शर्मा पुत्र रमेश चंद्र शर्मा, मोहल्ला सराय किशन चंद, थाना दिवई, जिला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश
पैराफिट या क्रैश बैरियर की कमी बना हादसे की वजह
कैंपटी थाना प्रभारी ने हादसे को लेकर एक गंभीर सवाल उठाया। उन्होंने बताया कि अगर सड़क किनारे सुरक्षा के लिए पैराफिट या क्रैश बैरियर लगे होते तो शायद यह हादसा टल सकता था। घटना स्थल पर लोक निर्माण विभाग की लापरवाही भी सामने आई है, जहां सुरक्षा उपायों की भारी कमी थी।
यह हादसा एक बार फिर पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करते समय सुरक्षा मानकों की अनदेखी और विभागीय लापरवाही की ओर इशारा करता है। प्रशासन और संबंधित विभागों को चाहिए कि वे इस ओर गंभीरता से ध्यान दें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
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