देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने 2036 ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए एक महत्वाकांक्षी लिगेसी प्लान तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हाल ही में सफलतापूर्वक आयोजित हुए नेशनल गेम्स के दौरान प्रदेश में विकसित किए गए अत्याधुनिक खेल ढांचे का उपयोग अब भविष्य के ओलंपिक सितारों को तराशने में किया जाएगा। खेल विभाग इस योजना के तहत अगले दस वर्षों में उत्तराखंड से 30 से 40 खिलाड़ियों को ओलंपिक स्तर के लिए तैयार करेगा।
राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम स्थित खेल सचिवालय में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए खेल मंत्री रेखा आर्य ने इस लिगेसी प्लान की रूपरेखा पर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश में विकसित वर्ल्ड क्लास स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को महज इवेंट तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि इसका इस्तेमाल दीर्घकालिक खेल विकास के लिए किया जाएगा।
खेल मंत्री ने कहा कि प्रदेश को 2036 ओलंपिक में प्रतिनिधित्व करते देखने के लिए अभी से ठोस रणनीति पर काम शुरू किया जा रहा है। इसके तहत 23 नई खेल अकादमियां स्थापित की जाएंगी, जहां अंतरराष्ट्रीय मानकों के कोच और सहायक प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इन अकादमियों में खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण, सुविधाएं और मार्गदर्शन दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इन सभी अकादमियों की निगरानी और संचालन के लिए ‘हाई पावर स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ उत्तराखंड’ का गठन किया जा रहा है, जिसके अध्यक्ष स्वयं मुख्यमंत्री होंगे। इस अथॉरिटी में विभिन्न विभागों के सचिवों के साथ-साथ शिक्षा जगत से भी विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा।
उत्तराखंड सरकार इस योजना में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) का सहयोग भी ले रही है, जिससे देशभर में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें प्रशिक्षण देने की दिशा में काम किया जा सके। इसके साथ ही अगली बार होने वाले राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड को टॉप-5 राज्यों में स्थान दिलाने का भी लक्ष्य रखा गया है।
खेल मंत्री रेखा आर्य ने स्पष्ट संदेश दिया कि अब समय आ गया है जब उत्तराखंड न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी खेल प्रतिभा का परचम लहराए।